कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन लगातार जारी है और अब इसमें खुले तौर पर राजनीतिक दल भी शामिल हो गए हैं. कांग्रेस द्वारा बीते कुछ दिनों में अलग-अलग किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट एक बार फिर किसान महापंचायत करने जा रहे हैं,राजस्थानसचिनपायलटफिरदिखाएंगेदमजयपुरमेंकिसानमहापंचायतकोकरेंगेसंबोधित शुक्रवार को होने वाली ये महापंचायत जयपुर के चाकसू तहसील के कोटखावदा में होगी.बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी राजस्थान में किसान महापंचायतों में हिस्सा लिया था, अब सचिन की ये महापंचायत उनके दौरे के बाद हो रही है. सचिन पायलट ने इससे पहले भी दाता, भरतपुर में किसान महापंचायतों का आयोजन किया था.सचिन पायलट के समर्थकों का दावा है कि इस बार की महापंचायत में ऐतिहासिक भीड़ होगी, यही कारण है कि पायलट समर्थक विधायक लगातार समर्थकों को इकट्ठा करने में लगे हैं. कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने ऐलान किया है कि जब तक केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती है तब तक राजस्थान में इसे लेकर उनका आंदोलन जारी रहेगा.गौरतलब है कि सचिन पायलट की इस किसान पंचायत पर BJP के अलावा कांग्रेस के गुट की भी नजर रहेगी. जब सचिन पायलट किसानों को संबोधित कर रहे होंगे तब कांग्रेस और BJP विधानसभा में बैठी रहेगी. तीनों कृषि कानून के खिलाफ सचिन पायलट लगातार राजस्थान में सभाएं कर रहे हैं.हालांकि, विरोधियोंका मानना है कि सचिन पायलट ऐसी पंचायतों से अपनी ताकत दिखा रहे हैं. वहीं सचिन पायलट कृषि बिल के बहाने राजस्थान के कृषक जातियों को कांग्रेस से जोड़ने की कोशिश में हैं.बता दें कि बीते साल राजस्थान की सियासत में तब भूचाल आ गया था जब सचिन पायलट ने बगावत कर दी थी. हालांकि, तब से अबतक सचिन पायलट को कोई खास बड़ा पद नहीं मिला है लेकिन उनकी ओर से कशमकश जारी है.