राजस्थान की सबसे बड़ी टीचर पात्रता परीक्षा यानी रीट के पेपर लीक (REET Paper Leak) के मामले में राजस्थान सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. इसमें 9 जिलों के एक प्रशासनिक सेवा,अधिकारीसमेतसरकारीकर्मचारीसस्पेंडगिरफ्तारीअबतकनहींमिलामास्टरमाइंड दो पुलिस अधिकारी, एक शिक्षा अधिकारी, 12 टीचर और तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. राजस्थान सरकार ने घोषणा की है कि इनमें जो भी दोषी पाया गया, उसे जल्द से जल्द बर्खास्त कर दिया जाएगा.राजस्थान में रीट परीक्षा लीक मामले में अब तक 100 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. लेकिन अबतक इसकी जानकारी सामने नहीं आई है कि आखिर पेपर आउट कैसे हुआ. सस्पेंड किए गए सबसे ज्यादा अधिकारी सवाई माधोपुर ज़िले के हैं क्योंकि वहां दो पुलिस कॉन्सटेबल की पत्नियों के मोबाइल पर पेपर आया था.सस्पेंड अधिकारियों में सवाई माधोपुर के वजीरपुर के SDM नरेंद्र कुमार मीणा और सवाई माधोपुर के डिप्टी SP नारायण दत्त तिवारी शामिल हैं. सवाई माधोपुर के जिला शिक्षा अधिकारी राधेश्याम मीणा समेत 14 सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है. शुरुआती जांच में पता चला है कि पेपर लीक के मामले में इन सब के तार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं.इसी बीच सरकार को लगता है कि इतने बड़े स्तर पर धांधली के बाद इस परीक्षा के खिलाफ़ कोई भी कोर्ट पहुंच सकता है, इसलिए सरकार ने पहले ही राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर और जयपुर बेंच में अलग-अलग कैविएट दाख़िल की है. इसमें गुजारिश की गई है कि रीट को लेकर अगर कोई अभ्यर्थी कोर्ट पहुंचता है तो पहले उनका (सरकार) पक्ष सुना जाए. बता दें कि इस साल 13 लाख छात्रों ने रीट परीक्षा दी है.