देश का भविष्य कैसा हो,काऐलानअबसेजनवरीहोगा इसके लिए PM Narendra Modi भविष्य के कारोबारियों और उद्योगपतियों के साथ बातचीत कर रहे हैं. Start-Up India के 6 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बातचीत के दौरान देश में उभरते स्टार्टअप्सकी सराहना की.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहादेश के उन सभी स्टार्ट-अप्स को, सभी इनोवेटिव युवाओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, जो स्टार्ट-अप्स की दुनिया में भारत का झंडा बुलंद कर रहे हैं. स्टार्ट-अप्स का ये कल्चर देश के दूर-दराज तक पहुंचे, इसके लिए 16 जनवरी को अब नेशनल स्टार्ट अप डे के रूप में मनाने का फैसला किया गया है.पीएम मोदी ने कहा, 'इस दशक को भारत का Techade (प्रौद्योगिकी का दशक) कहा जा रहा है. इस दशक में Innovation, entrepreneurship और start-up इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए सरकार बड़े पैमाने पर बदलाव कर रही है.’उन्होंने उद्यमशीलता, इनोवेशन को सरकारी प्रक्रियाओं के जाल से मुक्त कराने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि इनोवेश को प्रमोट करने के लिए institutional mechanism का निर्माण करना होगा.प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारा प्रयास, देश में बचपन से ही Students में innovation के प्रति आकर्षण पैदा करने, innovation को institutionalise करने का है. 9 हजार से ज्यादा अटल टिंकरिंग लैब्स, आज बच्चों को स्कूलों में innovate करने, नए Ideas पर काम करने का मौका दे रही हैं.’उन्होंने कहा कि नए ड्रोन नियम से लेकर नई स्पेस पॉलिसी तक में सरकार की प्राथमिकता ज्यादा से ज्यादा युवाओं को इनोवेशन का मौका देने की है. उन्होंने कहा कि सरकार ने इसके लिए IPR Registration की प्रक्रिया को सरल कर दिया है.उन्होंने कहा, 'इनोवेशन को लेकर भारत में जो अभियान चल रहा है, उसी का प्रभाव है कि Global Innovation Index में भी भारत की रैंकिंग में बहुत सुधार आया है. वर्ष 2015 में इस रैंकिंग में भारत 81 नंबर पर था. अब इनोवेशन इंडेक्स में भारत 46 नंबर पर है.पीएम मोदी ने कहा कि देश के स्टार्टअप इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव ला रहे हैं. उन्होंने कहा, 'इसलिए मैं मानता हूं कि स्टार्टअप 'न्यू इंडिया' का मुख्य आधार बनने वाले हैं.’पीएम मोदी ने कहाकि वर्ष 2013-14 में जहां 4 हजार पेटेंट्स को स्वीकृति मिली थी, वहीं पिछले वर्ष 28 हजार से ज्यादा पेटेंट्स ग्रांट किए गए हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2013-14 में जहां करीब 70 हजार ट्रेडमार्क रजिस्टर हुए थे, वहीं 2020-21 में ढाई लाख से ज्यादा ट्रेडमार्क्स रजिस्टर किए गए हैं. ऐसे ही वर्ष 2013-14 में जहां सिर्फ 4 हजार कॉपीराइट्स ग्रांट किए गए थे वहीं पिछले साल इनकी संख्या बढ़कर 16 हजार के भी पार हो गई.प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले साल देश में 42 कंपनियां यूनिकॉर्न बनीं. उन्होंने कहा, ‘हजारों करोड़ रुपए की ये कंपनियां आत्मनिर्भर होते, आत्मविश्वासी भारत की पहचान हैं. आज भारत तेजी से यूनिकॉर्न की सेंचुरी लगाने की तरफ बढ़ रहा है और मैं मानता हूं, भारत के स्टार्ट-अप्स का स्वर्णिम काल अब शुरु हो रहा है.’इतना ही नहींपीएम मोदी ने स्टार्टअप से कहा, ‘भारत के स्टार्ट-अप्स खुद को आसानी से दुनिया के दूसरे देशों तक पहुंचा सकते हैं. इसलिए आप अपने सपनों को सिर्फ लोकल ना रखें बल्कि ग्लोबल बनाएं. इस मंत्र को याद रखिए- आइए भारत के लिए इनोवेट कीजिए, भारत से इनोवेट कीजिए.’